Noida : स्वच्छता को लेकर CEO लोकेश M ने दिखाई सख्ती : अधिकारियों को दिये सख्त निर्देश

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नगाड़ा मीडिया

नोएडा में स्वच्छता को लेकर चल रही शिकायतों पर गौर करते हुए नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम द्वारा बुलाई गयी बैठक में कठोर निर्देश दिये गये हैं,

गंदगी मिली तो संविदाकर्मी, संविदाकार, सुपरवाइजर, अवर अभियंता पर होगी कठोर कार्रवाई

अगले 15 दिनों में सभी मुख्य नालों की सफाई के आदेश

वर्दी में रहेंगे सफाई कर्मी – बीट पर नही पाये गये तो कठोर कार्रवाई

दिनांक 12.04.2024 को लोकेश एम०, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नौएडा प्राधिकरण द्वारा जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक ली गई, जिसमें निम्न अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया संजय खत्री, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, एस० पी० सिंह, उप महाप्रबन्धक/वरि० परि० अभियन्ता (जन स्वा०), गौरव बंसल, परियोजना अभियन्ता (जन स्वा०-1). आर०के० शर्मा, परियोजना अभियन्ता (जन स्वा०-11), सहा० परियोजना अभियन्ता (जन स्वा। एवं ।।), अवर अभियन्ता, स्वास्थ्य निरीक्षक, SBM Consultant एवं NGO M/s Guided Fortune Samiti के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक में निम्न निर्देश दिये गये-

नौएडा के मुख्य नालों में काफी फ्लोटिंग मेटेरियल एवं गंदा पानी व सिल्ट पाये जाने के दृष्टिगत अगले 15 दिनों में सभी मुख्य नालों की विशेष अभियान चलाकर सफाई कराने के निर्देश दिये गये, जिन संविदाकारों द्वारा नालों की सफाई में लापरवाही पायी जायेगी तो उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

सैक्टर-18 व अन्य मुख्य मार्किटों को गार्बेज एवं सिल्ट फ्री व बिलकुल क्लीन रखने के अतिरिक्त अन्य Commercial मार्किटों को क्लीन रखने के निर्देश दिये गये। यदि कहीं भी सड़कों के किनारे सिल्ट / कूड़ा पाया जाता है तो सम्बन्धित संविदाकार, अवर अभियन्ता एवं सुपरवाईजर के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

सभी मुख्य मार्गों पर फुटपाथ एवं सर्विस रोड पर विशेष अभियान चलाकर जंगली घास, झाड़ियों आदि की पूरी तरह सफाई कराते हुए 10 दिन के अन्दर सभी मार्गों को End to End साफ रखने के निर्देश दिये गये। यदि सफाई नही पाई जाती है तो सम्बन्धित संविदाकार के खिलाफ भारी पैनल्टी लगाते हुए काली सूची में डालने की कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।

सभी सफाई कर्मियों को वर्दी में ही कार्यस्थल पर उपलब्ध रहने के निर्देश दिये गये, जो सफाई कर्मचारी ड्यूटी टाईम में अपने वीट एरिया के कार्यस्थल पर उपलब्ध नही होगा उन्हे हटाने हेतु कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों में बुश व पानी का छिड़काव नियमित रूप से नही किया जा रहा है। पानी का छिड़काव करते हुए मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों से मार्गों की सफाई करने हेतु निर्देशित किया गया।

सैक्टर-63, 64 व अन्य घनी आवादी वाले क्षेत्रों के लोकल RWA एवं Commercial मार्किट के लोगों से मीटिंग कर उनको जागरूक करने के साथ-साथ उनको स्वच्छता अभियान में जोड़ने के निर्देश दिये गये.

मीटिंग में उपस्थित समस्त सहायक परियोजना अभियन्ता, अवर अभियन्ता, स्वास्थ्य निरीक्षकों को प्रातः 07:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक स्थल पर उपलब्ध रहकर सफाई कराने के निर्देश दिये गये। यदि उनके क्षेत्र में कूड़े के ढेर अथवा सफाई में कमी पाई जाती है तो उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

प्रथम चरण में नौएडा के कुछ सैक्टरों का चयन करते हुए उन्हे Zero Garbage Sector बनाने हेतु प्रतिमाह प्रत्येक खण्ड में 04 सैक्टरों को Zero Garbage Sector बनाने हेतु निर्देशित किया गया।

जिन सोसाईटियों/बल्क वेस्ट जनरेटर द्वारा अपना कूड़ा, गंदा पानी नालों में डाला जा रहा है उनका सर्वे करते हुए उनके विरूद्ध नोटिस देते हुए कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

डोर टू डोर वेस्ट कलैक्शन की सभी गाड़ियों में 05 कम्पार्टमेन्ट (गीला कूड़ा, सूखा कूड़ा, इलैक्ट्रानिक कूड़ा, हजारडस कूड़ा एवं सेनेटरी वेस्ट) लगाते हुए कूड़े को सैग्रीगेशन कर आगामी 15 दिवसों में प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया।

नौएडा के विभिन्न सैक्टरों में विकेन्द्रीयकृत, म्यूनीसिपल सॉलिड वेस्ट (नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन) के निस्तारण हेतु 40-40 टन क्षमता के 05 प्रोसेसिंग प्लान्ट का प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये।

नौएडा के समस्त नालों पर बार स्क्रीन लगाकर नियमित फ्लोटिंग मैटेरियल को

निकालने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये। नौएडा के विभिन्न सैक्टरों में RWA के साथ समन्वय करते हुए कैम्प लगाकर वहाँ के निवासियों को कूड़े को पृथक-पृथक कर एकत्रित करते हुए कूड़े वाली गाड़ी को देने

हेतु अभियान चलाकर कूड़े के पृथकीकरण कर सैग्रीगेशन बढ़ाने हेतु निर्देश दिये गये। विभिन्न ग्रामों में खुले में कूड़े डालने पर नियंत्रण रखने हेतु ग्रामों में डोर टू डोर वाहनों की संख्या बढ़ाने हेतु भी निर्देश दिये गये।

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