Raja Bhaiyya – Dabang Raja of UP Politics : यूपी के दबंग राजा यानि राजा भैया

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मुनेन्द्र शर्मा | नगाड़ा मीडिया

उत्तर प्रदेश में राजे रजवाड़ों की बात पहले से ही अनोखी रही है, यहां अनेक प्रतापी राजा हुए है जिनकी वीरता के किस्से आज भी कहे जाते हैं. वर्तमान में ऐसे राजवंश बहुत कम बचे हैं फिर भी प्रतापगढ़ में कुंडा के विधायक राजा भैया का प्रताप आज भी काबिले तारीफ है

क्या 19 वर्ष की आयु में बन गये थे विधायक

कुंडा के वर्तमान विधायक रघुवीर प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की गिनती उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के सबसे दबंग विधायक के तौर पर होती है, आज की इस रिपोर्ट में जानते हैं कि अंततः क्यु राजा भैया को इतनी चर्चा मिली है?

मीडिया रिपोर्टस की मानें तो 1993 में जब राजा भैया पहली बार कुंडा से विधायक चुने गये थे तब उनकी आयु 19 वर्ष थी, ऐसा इसलिए भी विवादों में आया क्युकि 2012 में भरे गये चुनावी हलफनामे और पहली बार भरे गये हलफनामे में आयु में अंतर पाया गया जिसके बाद यही कयास लगाए गए कि प्रथम चुनाव के समय उनकी आयु 19 वर्ष रही होगी.

राजा भैया यानि अपराजित विधायक राजनीतिक यात्रा

  • वर्ष 1993 में, जब वह केवल 26 वर्ष के थे, तब उन्होंने विधायक के रूप में चुनाव लड़ा और स्वतंत्र रूप से जीता।
  • वर्ष 1993 में माननीय तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अगुवाई में वह यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने।
  • वर्ष 1997 से 1999 तक, वह कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री रहे।
  • वर्ष 1999 से 2000 तक, वह खेल और युवा मामले के भी मंत्री रहे।
  • वर्ष 2004 से 2007 तक और वर्ष 2012 से 2017 तक वह खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे।
  • वर्ष 2012 में जेल से रिहा होने के बाद, वह सपा सरकार के तहत जेल मंत्री बने।

2002 में पोटा के अंतर्गत जेल

2002 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक असंतुष्ट विधायक पूरन सिंह बुंदेला द्वारा कथित अपहरण और गंभीर परिणाम की धमकी देने की प्राथमिकी पर, रघुराज को तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के आदेश पर गिरफ्तार कर लिया गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री सुश्री मायावती के नेतृत्व वाली सरकार ने उन्हें आतंकवादी घोषित कर दिया और उन्हें अपने पिता उदय प्रताप सिंह और चचेरे भाई अक्षय प्रताप सिंह के साथ आतंकवाद रोकथाम अधिनियम (पोटा) के तहत जेल भेज दिया गया। इसके बाद, अक्षय को जमानत मिल गई, लेकिन रघुराज की याचिकाओं को कई बार खारिज कर दिया गया.

राजा भैया और मगरमच्छ एक लोककथा या सत्यता

राजा भैया के निवास के पीछे एक तालाब है जिसका क्षेत्रफल लगभग 700 एकड़ है, कहा जाता है कि इसमें मगरमच्छ पाले गये थे और राजा भैया के शत्रुओं को इसमें फैंककर मगरमच्छों का निवाला बना दिया जाता था, ये भी कहा जाता है कि मायावती ने इस तालाब की तलाशी लिवाई थी जिसमें नरकंकाल पाये गये थे. नगाड़ा मीडिया इसकी पुष्टि नही करता,

एक बार पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर से मिलने राजा भैया गए थे।उसी दौरान लालू प्रसाद यादव भी वहां पहुंच गए।तब लालू यादव ने चन्द्रशेखर से पूछा कि क्या ये वही राजा भैया हैं जो अपने आंगन के तालाब में मगरमच्छ पालते हैं। फिर क्या था चन्द्रशेखर ने भी राजा भैया को वापिस अंदर बुलवा लिया और लाल यादव ने अपने ही अंदाज से राजा भैया ये सवाल पूछ लिया।

‘क्यों जी ई मगरमछवा सही में पाले हैं?’ ये सवाल सुनते ही राजा भैया हंस पड़े।

संघ के संस्कारों के साथ राजनीति में प्रवेश

रघुराज प्रताप सिंह का जन्म 31 अक्टूबर 1967 को प्रतापगढ़ विशेन क्षत्रिय के भदरी रियासत में पिता श्री उदय प्रताप सिंह और माता श्रीमती मंजुल राजे के यहाँ हुआ। इनके दादा राजा बजरंग बहादुर सिंह, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे। राघुराज के पिता राजा उदय प्रताप सिंह विश्व हिंदू परिषद व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मानद पादाधिकारी रह चुके हैं। इनकी माता श्रीमती मंजुल राजे भी एक शाही परिवार की है। राजा भैया अपने परिवार के पहले ऐसे सदस्य थे जिन्होंने पहली बार राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश किया।रघुराज प्रताप की प्राथमिक शिक्षा नारायणी आश्रम, इलाहाबाद के महाप्रभु बाल विद्यालय में हुआ। सन 1985 में भारत स्काउट एंड गाइड हाई स्कूल से दसवी तथा सन 1987 में इलाहाबाद के एक इंटरमीडिएट स्कूल से बारहवी की पढ़ाई की। लखनऊ विश्वविद्यालय से इन्होंने कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की। घुड़सवारी और निशानेबाजी के शौकीन राजा भैया लखनऊ विश्वविद्यालय से मिलिट्री साइंस और भारतीय मध्यकालीन इतिहास में स्नातक हैं। राजा भैया के बारे में कहा जाता है कि वे साइकिल चलाने से लेकर हवाई जहाज उड़ाने तक का कारनामा करते हैं।रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया का विवाह बस्ती रियासत की राजकुमारी भान्वी देवी से हुआ। इनके दो पुत्र शिवराज एंव ब्रृजराज, दो पुत्रियाँ राधवी और ब्रृजेश्वरी है।

2023 में पत्नि भानवी सिंह ने मांगा था तलाक फिर लिया वापसी

राजा भैया के जीवन में 2023 में एक ऐसा समय भी आया था जब साकेत कोर्ट में पत्नि भानवी सिंह ने तलाक के लिए प्रार्थना पत्र दिया था, श्रीमति भानवी का कहना था कि उनपर फायरिंग कराई गयी और राजा भैया द्वारा मारपीट की गयी बाद में भानवी सिंह द्वारा ये एप्लीकेशन वापस ले ली गयी

सभी जानकारी सोशल मीडिया पर उपलब्ध जानकारी पर आधारित

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