भाजपा से निस्कासित किये गये समाजवादी पार्टी में आये IP सिंह अपने विवादास्पद ट्वीट से अक्सर चर्चाओं में बने रहते हैं. उल्लेखनीय है कि भाजपा में भी इनके विवादास्पद बयानों और टवीट के चलते इन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था, इस बार उन्होंने भारतीय सनातन समाज की आस्था के प्रतीक को ही गुंडे और मवाली बता दिया.
भारत की ऐतिहासिक परम्परा पर क्यु उठाये जाते हैं सवाल
भारत की सनातनी परम्परा के अंतर्गत होने वाली कांवड़ यात्रा का ऐतिहासिक महत्व है, माना जाता है कि सबसे पहली कांवड़ रावण द्वारा लाई गयी थी. वामपंथी और वामपंथी विचारधारा के नेताओं द्वारा इस यात्रा पर बार बार सवाल उठाये जाते हैं जिसका मुख्य कारण है बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों का कांवड़ जल को लाकर भोले नाथ पर अर्पित करना क्युकि कदाचित इनको ऐसा लगता है कि यदि हिन्दू समाज एक हो गया तो इनकी राजनैतिक कूटनीति बंद हो जायेंगी।।
सपा नेता ने ट्वीट के माध्यम से किया हिन्दू समाज को आहत किया
23 जुलाई २०२४ को IP Singh द्वारा एक ट्वीट किया गया जिसमें कावड़ियों को गुंडा मवाली बताया गया है, साथ में एक ई रिक्शा के साथ फोटो को भी शेयर किया गया है. प्रश्न उठता है कि क्या उस दिन कावड़ियों को साइड मारने वाले ई रिक्शा के साथ सलूक गलत था? यदि हां तो सामान्य जनता भी यही सलूक ऐसे वाहनों के साथ करती है जोकि सड़क पर दुर्घटना करते हैं फिर विशेष रूप से कावड़ियों को निशाना बनाकर लिखना कहीं ना कही हिन्दू समाज का अपमान है क्युकि कांवड़ यात्रा में सभी जातियों वर्गों के लोग हंसी खुशी सम्मलित होते आये हैं।
कभी डिलीट तो कभी शेयर करते हैं ट्वीट
सपा नेता आये दिन अपने ट्वीट गाथा को लेकर चर्चाओं में रहते हैं. अक्टूबर २०२३ में भी राहुल गांधी को लेकर किये गये एक ट्वीट को अखिलेश यादव की फटकार के बाद उन्होने डिलीट किया था
२०२२ में जेल की खायी थी हवा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सपा नेता द्वारा २०२२ में लखनऊ में सपा कार्यालय पर एक पोस्टर लगाकर चर्चा में आये थे जिसमें भद्दे अंदाज में लिखा गया था यूपी +बिहार गयी मोदी सरकार, लेकिन इस मामले में इन्हे जेल नही भेजा गया, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सन २००० के एक विचाराधीन मामले में गैर जमानती वारंट के चलते सपा नेता पर ये कार्यवाही हुई थी
+ There are no comments
Add yours